नमस्ते दोस्तों! मैं आपके लिए Shiv Aarti का विशेष संग्रह लाया हूँ। शिव आरती संग्रह pdf में, जो कि आपको PDF और इमेज के रूप में दिए जाएंगे। आज मैं आपको भोले बाबा की पूजा और स्तुति के लिए पूरी सामग्री प्रदान करने जा रहा हूँ
इस विधि के अनुसार महादेव शिव जी की आरती करने से आप उन्हें प्रसन्न कर सकते हैं और आपके जीवन में सुख, शांति और समृद्धि का आगमन हो सकता है।
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धन्यवाद।
शिव जी की आरती का पाठ करके आप महादेवजी को प्रसन्न कर सकते हैं। भोले नाथ तो बहुत ही दयालु हैं और सभी की मनोकामनाएं सुनते हैं। आप सिर्फ उन्हें सच्चे दिल से याद करें, वे हमेशा आपके साथ रहते हैं। ऐसे भोले नाथ को खुश करने के लिए हमें भी उनकी स्तुति करनी चाहिए। इसलिए आज मैं आपको शिव जी की आरती के लिरिक्स प्रदान कर रहा हूँ, जिसे आप बाबा की आरती के दौरान पढ़कर भोले नाथ को खुश कर सकते हैं। चलिए शुरू करते हैं।
शिवजी की आरती | Shiv Aarti Pdf Download 2023 सारांश
PDF Name | शिवजी की आरती | Shiv Aarti Pdf Download |
Pages | 2 |
Language | Hindi |
Category | Religion & Spirituality |
Source | chalisapdffile.blogspot.com |
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Shiv Aarti | Om Jai Shiv Omkara Lyrics |ॐ जय शिव ओमकारा आरती लिरिक्स
ॐ जय शिव ओंकारा, भोले हर शिव ओंकारा।
ब्रह्मा विष्णु सदा शिव अर्द्धांगी धारा ॥
ॐ हर हर हर महादेव…॥
एकानन चतुरानन पंचानन राजे।
हंसानन गरुड़ासन वृषवाहन साजे ॥
ॐ हर हर हर महादेव..॥
दो भुज चार चतुर्भुज दस भुज अति सोहे।
तीनों रूपनिरखता त्रिभुवन जन मोहे ॥
ॐ हर हर हर महादेव..॥
अक्षमाला बनमाला मुण्डमाला धारी।
चंदन मृगमद सोहै भोले शशिधारी ॥
ॐ हर हर हर महादेव..॥
श्वेताम्बर पीताम्बर बाघम्बर अंगे।
सनकादिक गरुणादिक भूतादिक संगे ॥
ॐ हर हर हर महादेव..॥
कर के मध्य कमंडलु चक्र त्रिशूल धर्ता।
जगकर्ता जगभर्ता जगपालन करता ॥
ॐ हर हर हर महादेव..॥
ब्रह्मा विष्णु सदाशिव जानत अविवेका।
प्रणवाक्षर के मध्ये ये तीनों एका ॥
ॐ हर हर हर महादेव..॥
काशी में विश्वनाथ विराजत नन्दी ब्रह्मचारी।
नित उठि दर्शन पावत
रुचि रुचि भोग लगावत महिमा अति भारी ॥
ॐ हर हर हर महादेव..॥
लक्ष्मी व सावित्री, पार्वती संगा ।
पार्वती अर्धांगनी, शिवलहरी गंगा ।।
ॐ हर हर हर महादेव..।।
पर्वत सौहे पार्वती, शंकर कैलासा।
भांग धतूर का भोजन, भस्मी में वासा ।।
ॐ हर हर हर महादेव..।।
जटा में गंगा बहत है, गल मुंडल माला।
शेष नाग लिपटावत, ओढ़त मृगछाला ।।
ॐ हर हर हर महादेव..।।
त्रिगुण शिवजीकी आरती जो कोई नर गावे।
कहत शिवानन्द स्वामी मनवांछित फल पावे ॥
ॐ हर हर हर महादेव..॥
ॐ जय शिव ओंकारा भोले हर शिव ओंकारा
ब्रह्मा विष्णु सदाशिव अर्द्धांगी धारा ।।
ॐ हर हर हर महादेव….।।…
ओम जय शिव ओंकारा भोलेनाथ की आरती | om jai shiv omkara lyrics in hindi 2
ओम जय शिव ओंकारा, स्वामी जय शिव ओंकारा। ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव, अर्द्धांगी धारा॥
ओम जय शिव ओंकारा॥
एकानन चतुरानन पञ्चानन राजे। हंसासन गरूड़ासन वृषवाहन साजे॥
ओम जय शिव ओंकारा॥
दो भुज चार चतुर्भुज दसभुज अति सोहे। त्रिगुण रूप निरखते त्रिभुवन जन मोहे॥
ओम जय शिव ओंकारा॥
अक्षमाला वनमाला मुण्डमालाधारी। त्रिपुरारी कंसारी कर माला धारी॥
ओम जय शिव ओंकारा॥
श्वेताम्बर पीताम्बर बाघम्बर अंगे। सनकादिक गरुड़ादिक भूतादिक संगे॥
ओम जय शिव ओंकारा॥
कर के मध्य कमण्डलु चक्र त्रिशूलधारी। सुखकारी दुखहारी जगपालनकारी॥
ओम जय शिव ओंकारा॥
ब्रह्मा विष्णु सदाशिव जानत अविवेका। मधु-कैटभ दोउ मारे, सुर भयहीन करे॥
ओम जय शिव ओंकारा॥
लक्ष्मी, सावित्री पार्वती संगा। पार्वती अर्द्धांगी, शिवलहरी गंगा॥
ओम जय शिव ओंकारा॥
पर्वत सोहैं पार्वती, शंकर कैलासा। भांग धतूर का भोजन, भस्मी में वासा॥
ओम जय शिव ओंकारा॥
जटा में गंग बहत है, गल मुण्डन माला। शेष नाग लिपटावत, ओढ़त मृगछाला॥
ओम जय शिव ओंकारा॥
काशी में विराजे विश्वनाथ, नन्दी ब्रह्मचारी। नित उठ दर्शन पावत, महिमा अति भारी॥
ओम जय शिव ओंकारा॥
त्रिगुणस्वामी जी की आरति जो कोइ नर गावे। कहत शिवानन्द स्वामी, मनवान्छित फल पावे॥
ओम जय शिव ओंकारा॥
महादेव शिव जी की आरती कैसे करे हिंदी में (Mahadev Shiv Aarti Vidhi in Hindi)
- सुबह जल्दी उठकर महादेव जी की आरती करें। इससे पूरे दिन की शुभ शुरुआत होगी।
- स्नान करके साफ-सुथरे कपड़े पहन लें। इससे शुद्धता और पवित्रता का संकेत मिलेगा।
- पूजा के स्थान को अच्छे से धो लें। इससे पूजा स्थल में शुद्धता बनी रहेगी।
- पूजा के स्थान को गंगाजल से पवित्र करें। यदि आपके पास गंगाजल नहीं है, तो स्वच्छ जल से भी इस कार्य को कर सकते हैं।
- पूजा सामग्री तथा प्रचार सामग्री को तैयार करें। आप सुपारी, ऋतु फल, धतूरा, पान, रोली, मोली, कुमकुम, लॉन्ग, कपूर, लोटा, गंगाजल, दीपक, पंचामृत, आम के पत्ते और आरती की थाली की सामग्री ले सकते हैं।
- पूजा की थाली पर आरती की मुख्य सामग्री रखें और दीपक को जलाएं।
- मंत्रों और श्लोकों की मध्यम आवाज़ में आरती का पाठ करें। आप आरती के दौरान अपनी भक्ति और श्रद्धा को व्यक्त करें।
- आरती के अंत में अपनी इच्छाओं और मनोकामनाओं का निवेदन करें। महादेव जी से आशीर्वाद प्राप्त करें।
इस विधि के अनुसार महादेव शिव जी की आरती करने से आप उन्हें प्रसन्न कर सकते हैं और आपके जीवन में सुख, शांति और समृद्धि का आगमन हो सकता है।
शिव जी की आरती करने के फायदे (Benefits of Shiv Aarti in Hindi)
- आरती करने से हमारी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। भगवान शिव हमारी इच्छाओं को पूरा करने में सक्षम होते हैं।
- भगवान शिव की आरती करने से सुख, समृद्धि और शांति की प्राप्ति होती है। हमारे जीवन में सकारात्मकता और आनंद का अनुभव होता है।
- भगवान शिव की पूजा करने से बीमारियों से छुटकारा मिलता है। शिवजी की कृपा से हमारी आरोग्य बनी रहती है।
- भगवान शिव की आरती करने से अविवाहित और विवाहित व्यक्तियों को भी फायदा होता है। अविवाहित व्यक्ति जीवनसाथी का प्राप्ति करता है और विवाहित व्यक्ति को सुखी और समृद्ध जीवन मिलता है।
- आरती करने से जादू-टोना, सपने में डर आदि समस्याओं से छुटकारा मिलता है। शिवजी की कृपा से हमें संरक्षण मिलता है।
- "ॐ जय शिव ओंकारा" का पाठ करने से ज्ञान, विवेक, धनबल का विकास होता है। हमारा आत्मविश्वास बढ़ता है और स्मरण शक्ति में वृद्धि होती है।
- भोले शिव की आरती करने से हम पर तीनों लोकों के देवता और माता पार्वती की कृपा बनी रहती है। हमारा जीवन सुरक्षित और समृद्ध रहता है।
FAQs
प्रश्न 1: मैं मुफ्त शिव आरती पीडीएफ कहाँ से पा सकता हूँ?
उत्तर: आप मुफ्त शिव आरती पीडीएफ कई जगहों पर पा सकते हैं। आप ऑनलाइन, हिंदू मंदिरों या हिंदू पुस्तकालयों में पा सकते हैं।
प्रश्न 2: शिव आरती का क्या अर्थ है?
उत्तर: शिव आरती एक प्रार्थना है जो हिंदू भगवान शिव की प्रशंसा करती है। यह एक सुंदर और मधुर प्रार्थना है जो अक्सर हिंदू त्योहारों और समारोहों के दौरान गाया जाता है।
प्रश्न 3: मैं शिव आरती कैसे पढ़ता हूँ?
उत्तर: शिव आरती पढ़ने के लिए, आपको प्रार्थना की एक प्रति ढूंढनी होगी। एक प्रति मिलने के बाद, आप इसे जोर से या चुपचाप पढ़ सकते हैं।
प्रश्न 4: शिव आरती का पाठ करने से क्या लाभ हैं?
उत्तर: शिव आरती का पाठ करने के कई लाभ हैं। ऐसा कहा जाता है कि यह शांति, समृद्धि और खुशी लाता है। यह भी कहा जाता है कि यह किसी के जीवन से बाधाओं और कठिनाइयों को दूर करने में मदद करता है।
प्रश्न 5: शिव आरती के विभिन्न प्रकार क्या हैं?
उत्तर: शिव आरती के कई प्रकार हैं। कुछ सबसे लोकप्रिय शिव आरती प्रकारों में महाशिव आरती, हनुमान चालीसा और गणेश आरती शामिल हैं।
धन्यवाद।
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Shiv Aarti Pdf